गीत-संगीत संध्या

गीत-संगीत संध्या -

हर खास मौकों पर ये कर्यक्रम रखा जा सकता हैं इसमें आर्केस्ट्रा, गायक, डांसर्स, मिमिक्रि कलाकार व संचालक का रोल होता हैं| आयोजकों के पसंद अनुसार इसमें राजस्थानी,हिन्दी,पंजाबी,मराठी इत्यादि लोकगीत व लोक न्रत्य प्रस्तुत किये जाते हैं| हंसी खुशी की प्रस्तुति से इसक मजा दुगना हो जाता हैं |


  • गीत, संगीत, आर्केस्ट्रा, मिमिक्री, सुंदर प्रकाश संयोजन, उत्तम मंच सजावट से भरपूर यह कर्यक्रम किसी भी खुशी के अवसर पर रखा जा सकता हैं|
  • इस शो में जरुरत अनुसार फिल्मी व लोक गीतों तथा लोक नृत्यों का समावेश रहता हैं|

  • अच्छे पुरुष व महिला गायक मंच पर गायन प्रस्तुत करते हैं|
  • लोकनृत्यों में राजस्थानी- घूमर, कालबेलिया, तेरहताल, कच्ची घोडी, मटका-थाली, पंजाबी में- भांगडा, गुजराती में गरबा, डांडिया व मराठी में लावणी आदि तथा फिल्मी नृत्य प्रस्तुत किये जाते हैं|
  • नृत्य परिवार के सदस्य भी कर सकते हैं| परिवार के सदस्यों का परिचय भी रखा जा सकता हैं|

  • सिर्फ गायन चाहें तो आर्केस्ट्रा रखा जा सकता हैं|
  • कलाकारों में म्युजिशियन्स, गायक, डांसर्स, मिमिक्री आर्टिस्ट, साउन्ड सिस्टम व संचालक सूत्रधार का समावेश रहता हैं|

  • समय, स्थान की दूरी व कलाकारों की जरुरत के आधार पर बजट बनता हैं|
  • मेरे ऐसे शोज विशेषकर वैवाहिक अवसरों पर काफी लोकप्रिय हैं व अब तक २०० से ज्यादा शोज हो चुके हैं|